सचित्ताचित्तवस्तुत्याग: Difference between revisions
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<p> परिग्रहत्याग व्रत की पाँच भावनाएँ― पाँचों इंद्रियों की विषयभूत सचित्त (चेतन) और अचित्त (अचेतन) । वस्तुओं में आसक्ति का त्याग करना । <span class="GRef"> महापुराण 20.165 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> परिग्रहत्याग व्रत की पाँच भावनाएँ― पाँचों इंद्रियों की विषयभूत सचित्त (चेतन) और अचित्त (अचेतन) । वस्तुओं में आसक्ति का त्याग करना । <span class="GRef"> महापुराण 20.165 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
परिग्रहत्याग व्रत की पाँच भावनाएँ― पाँचों इंद्रियों की विषयभूत सचित्त (चेतन) और अचित्त (अचेतन) । वस्तुओं में आसक्ति का त्याग करना । महापुराण 20.165