सर्वकामान्नदा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> आठ अक्षरों वाली एक विद्या । रावण आदि तीनों भाईयों ने एक लाख जप कर इसे आधे ही दिनों में सिद्ध कर लिया था । इससे उन्हें जहां-तहां मनचाहा अन्न प्राप्त हो जाता था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 7.264-265 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> आठ अक्षरों वाली एक विद्या । रावण आदि तीनों भाईयों ने एक लाख जप कर इसे आधे ही दिनों में सिद्ध कर लिया था । इससे उन्हें जहां-तहां मनचाहा अन्न प्राप्त हो जाता था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 7.264-265 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:58, 14 November 2020
आठ अक्षरों वाली एक विद्या । रावण आदि तीनों भाईयों ने एक लाख जप कर इसे आधे ही दिनों में सिद्ध कर लिया था । इससे उन्हें जहां-तहां मनचाहा अन्न प्राप्त हो जाता था । पद्मपुराण 7.264-265