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<p id="1"> (1) भरतक्षेत्र में मगधदेश के राजगृह नगर के राजा सुमित्र की रानी । तीर्थंकर मुनिसुव्रत की ये जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 67.20-21, 27-28 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भरतक्षेत्र में मगधदेश के राजगृह नगर के राजा सुमित्र की रानी । तीर्थंकर मुनिसुव्रत की ये जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 67.20-21, 27-28 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयखेट नगर के निवासी सुग्रीव गंधर्वाचार्य की पुत्री । इसकी एक छोटी बहिन थी जिसका नाम विजयसेना था । वसुदेव ने गंधर्व-विद्या में दोनों को पराजित करके उनके साथ विवाह किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19.53-58 </span></p> | <p id="2">(2) विजयखेट नगर के निवासी सुग्रीव गंधर्वाचार्य की पुत्री । इसकी एक छोटी बहिन थी जिसका नाम विजयसेना था । वसुदेव ने गंधर्व-विद्या में दोनों को पराजित करके उनके साथ विवाह किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19.53-58 </span></p> | ||
<p id="3">(3) सोमशर्मा ब्राह्मण की कन्या जिसे कृष्ण के भाई गजकुमार के लिए देने का निश्चय किया गया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.127-128 </span>देखें [[ सोमशर्मा#2 | सोमशर्मा - 2]]</p> | <p id="3">(3) सोमशर्मा ब्राह्मण की कन्या जिसे कृष्ण के भाई गजकुमार के लिए देने का निश्चय किया गया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.127-128 </span>देखें [[ सोमशर्मा#2 | सोमशर्मा - 2]]</p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
Boundary, ( धवला 5/ प्र.28)।
पुराणकोष से
(1) भरतक्षेत्र में मगधदेश के राजगृह नगर के राजा सुमित्र की रानी । तीर्थंकर मुनिसुव्रत की ये जननी थी । महापुराण 67.20-21, 27-28
(2) विजयखेट नगर के निवासी सुग्रीव गंधर्वाचार्य की पुत्री । इसकी एक छोटी बहिन थी जिसका नाम विजयसेना था । वसुदेव ने गंधर्व-विद्या में दोनों को पराजित करके उनके साथ विवाह किया था । हरिवंशपुराण 19.53-58
(3) सोमशर्मा ब्राह्मण की कन्या जिसे कृष्ण के भाई गजकुमार के लिए देने का निश्चय किया गया था । हरिवंशपुराण 60.127-128 देखें सोमशर्मा - 2