सुमित्रदत्तिका: Difference between revisions
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<p> इसका अपर नाम सुमित्रा था । यह पद्मखंडपुर नगर सेठ सुदत्त अपर नाम सुमित्रदत्त की स्त्री थी । भद्रमित्र इसका पुत्र था । यह मरकर व्याघ्रो हुई थी । पूर्व पर्याय के बैरवश इस पर्याय में इसने पुत्र को तथा <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार पति को खा लिया था । <span class="GRef"> महापुराण 59.148, 188-192, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>27.24, 45 देखें [[ भद्रमित्र ]]</p> | <div class="HindiText"> <p> इसका अपर नाम सुमित्रा था । यह पद्मखंडपुर नगर सेठ सुदत्त अपर नाम सुमित्रदत्त की स्त्री थी । भद्रमित्र इसका पुत्र था । यह मरकर व्याघ्रो हुई थी । पूर्व पर्याय के बैरवश इस पर्याय में इसने पुत्र को तथा <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार पति को खा लिया था । <span class="GRef"> महापुराण 59.148, 188-192, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>27.24, 45 देखें [[ भद्रमित्र ]]</p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
इसका अपर नाम सुमित्रा था । यह पद्मखंडपुर नगर सेठ सुदत्त अपर नाम सुमित्रदत्त की स्त्री थी । भद्रमित्र इसका पुत्र था । यह मरकर व्याघ्रो हुई थी । पूर्व पर्याय के बैरवश इस पर्याय में इसने पुत्र को तथा हरिवंशपुराण के अनुसार पति को खा लिया था । महापुराण 59.148, 188-192, हरिवंशपुराण 27.24, 45 देखें भद्रमित्र