सूर्यरज: Difference between revisions
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<span class="GRef"> महापुराण/ </span>सर्ग/श्लोक सुग्रीव का पिता था (9/1) बाली को राज्य दे स्वयं दीक्षित हो गया था (9/19)। | <span class="GRef"> महापुराण/ </span>सर्ग/श्लोक सुग्रीव का पिता था (9/1) बाली को राज्य दे स्वयं दीक्षित हो गया था (9/19)। | ||
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<p> किष्किंध नगर के राजा किष्किंध तथा रानी श्रीमाला का ज्येष्ठ पुत्र । यक्षरज इसका छोटा भाई तथा सूर्यकमला बहिन थी । इसकी रानी इंदुमालिनी थी जिससे इसके बाली और सुग्रीव नाम के दो पुत्र तथा श्रीप्रभा पुत्री हुई थी । यह बाली को राज्य देकर तथा सुग्रीव को युवराज बनाकर पिहितमोह मुनि से दीक्षित हो गया भा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.520-524, 9. 1, 10-12, 15-19 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> किष्किंध नगर के राजा किष्किंध तथा रानी श्रीमाला का ज्येष्ठ पुत्र । यक्षरज इसका छोटा भाई तथा सूर्यकमला बहिन थी । इसकी रानी इंदुमालिनी थी जिससे इसके बाली और सुग्रीव नाम के दो पुत्र तथा श्रीप्रभा पुत्री हुई थी । यह बाली को राज्य देकर तथा सुग्रीव को युवराज बनाकर पिहितमोह मुनि से दीक्षित हो गया भा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.520-524, 9. 1, 10-12, 15-19 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
महापुराण/ सर्ग/श्लोक सुग्रीव का पिता था (9/1) बाली को राज्य दे स्वयं दीक्षित हो गया था (9/19)।
पुराणकोष से
किष्किंध नगर के राजा किष्किंध तथा रानी श्रीमाला का ज्येष्ठ पुत्र । यक्षरज इसका छोटा भाई तथा सूर्यकमला बहिन थी । इसकी रानी इंदुमालिनी थी जिससे इसके बाली और सुग्रीव नाम के दो पुत्र तथा श्रीप्रभा पुत्री हुई थी । यह बाली को राज्य देकर तथा सुग्रीव को युवराज बनाकर पिहितमोह मुनि से दीक्षित हो गया भा । पद्मपुराण 6.520-524, 9. 1, 10-12, 15-19