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| <p id="1">(1) विजयार्ध पर्वत पर स्थित मन्दरपुर का स्वामी । यह विद्याधरों का राजा था । इसने बलभद्र नन्दिमित्र और नारायणदत्त से गन्धगज की प्राप्ति के लिए युद्ध किया था । इस युद्ध में इसका पुत्र शतबलि बलभद्र नन्दिमित्र द्वारा मारा गया था । अपने पुत्र की मृत्यु का प्रतिशोध लेने के लिए नारायणदत्त के मारने को इसने चक्र चलाया था किन्तु चक्र प्रदक्षिणा देकर नारायणदत्त की दायी भुजा पर जाकर ठहर गया । इसी चक्र से यह नारायण दत्त द्वारा मारा गया और मरकर नरक गया । <span class="GRef"> महापुराण 66.109-125 </span></p> | | |
| <p id="2">(2) विजयार्ध पर्वत के किलकिल नगर का स्वामी विद्याधर । यह प्रियंगुसुन्दरी का पति तथा बाली और सुग्रीव का जनक था । <span class="GRef"> महापुराण 68.271-273 </span></p>
| | #REDIRECT [[बलींद्र]] |
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| [[Category: पुराण-कोष]]
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| [[Category: ब]] | |