चारित्रपाहुड - गाथा 1: Difference between revisions
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Latest revision as of 11:55, 17 May 2021
सव्वण्हु सव्वदंसी णिम्मोहा वीयराय परमेट्ठी ।
बंदित्तु तिजगवंदा अरहंता भव्वजीवेहिं ।।1।।