पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 63: Difference between revisions
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<p>ओगाढगाढणिचिदो पोग्गलकायेंहिं सव्वदो लोगो । (63)</p> | <p>ओगाढगाढणिचिदो पोग्गलकायेंहिं सव्वदो लोगो । (63)</p> | ||
<p>सुहुमेहिं बादरेहिं य णंताणंतेहिं विविहेहिं ॥70॥</p> | <p>सुहुमेहिं बादरेहिं य णंताणंतेहिं विविहेहिं ॥70॥</p> | ||
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Revision as of 11:38, 20 August 2021
ओगाढगाढणिचिदो पोग्गलकायेंहिं सव्वदो लोगो । (63)
सुहुमेहिं बादरेहिं य णंताणंतेहिं विविहेहिं ॥70॥