अकलंक स्तोत्र: Difference between revisions
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<p>आ. अकलंक भट्ट (ई. 620-680) द्वारा संस्कृत छंदों में रचित जिन-स्तोत्र। इसमें कुल 162 श्लोक हैं। इस पर पं. सदासुखदास (ई. 1795-1866) ने भाषा में टीका लिखी है।</p> | <p><big>आ. अकलंक भट्ट (ई. 620-680) द्वारा संस्कृत छंदों में रचित जिन-स्तोत्र। इसमें कुल 162 श्लोक हैं। इस पर पं. सदासुखदास (ई. 1795-1866) ने भाषा में टीका लिखी है।</big><big></big></p> | ||
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Revision as of 19:36, 29 July 2022
आ. अकलंक भट्ट (ई. 620-680) द्वारा संस्कृत छंदों में रचित जिन-स्तोत्र। इसमें कुल 162 श्लोक हैं। इस पर पं. सदासुखदास (ई. 1795-1866) ने भाषा में टीका लिखी है।