क्षमावाणी व्रत: Difference between revisions
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व्रतविधानसं॰/पृ.108 आसोज कृ. 1 को सबसे क्षमा माँगकर कुछ फल बाँटे तथा उपवास रखे। | <span class="HindiText">व्रतविधानसं॰/पृ.108 आसोज कृ. 1 को सबसे क्षमा माँगकर कुछ फल बाँटे तथा उपवास रखे। | ||
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Revision as of 14:36, 2 August 2022
व्रतविधानसं॰/पृ.108 आसोज कृ. 1 को सबसे क्षमा माँगकर कुछ फल बाँटे तथा उपवास रखे।