इंद्राभिषेक: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
<p>गर्भान्वयादि | <p class="HindiText">गर्भान्वयादि क्रियाओं में से एक - देखें [[ संस्कार#2 | संस्कार - 2]]।</p> | ||
Revision as of 20:03, 31 August 2022
सिद्धांतकोष से
गर्भान्वयादि क्रियाओं में से एक - देखें संस्कार - 2।
पुराणकोष से
गृहस्थ की चौतीसवीं गर्भान्वय क्रिया । महापुराण 38. 55-63, इस क्रिया में पर्याप्तक होते ही नृत्य, गीत, वाद्यपूर्वक देवों द्वारा इंद्र का अभिषेक किया जाता है । महापुराण 38.195-198