चमकदशमी व्रत: Difference between revisions
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चमक दशमि और चमकाय। जो भोजन नहि तो अंतराय। (यह व्रत श्वेतांबर व स्थानकवासी आम्नाय में प्रचलित है। (व्रत विधान संग्रह/पृ.130) (नवलसाह कृत वर्द्धमान पुराण)। | चमक दशमि और चमकाय। जो भोजन नहि तो अंतराय। (यह व्रत श्वेतांबर व स्थानकवासी आम्नाय में प्रचलित है। <span class="GRef"> (व्रत विधान संग्रह/पृ.130) (नवलसाह कृत वर्द्धमान पुराण)। </span> | ||
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Revision as of 15:39, 10 September 2022
चमक दशमि और चमकाय। जो भोजन नहि तो अंतराय। (यह व्रत श्वेतांबर व स्थानकवासी आम्नाय में प्रचलित है। (व्रत विधान संग्रह/पृ.130) (नवलसाह कृत वर्द्धमान पुराण)।