अवयव: Difference between revisions
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<p class="SanskritText">राजवार्तिक अध्याय 5/16/6/10 अवयूयंते इत्यवयवाः। </p> | <p class="SanskritText">राजवार्तिक अध्याय 5/16/6/10 अवयूयंते इत्यवयवाः। </p> | ||
<p class="HindiText">= जो वस्तु के हिस्से कर देते हैं, वे अवयव हैं।</p> | <p class="HindiText">= जो वस्तु के हिस्से कर देते हैं, वे अवयव हैं।</p> | ||
<p>• | <p>• अनुमान के पाँच अवयव-दे अनुमान</p> | ||
<p>• | <p>• जल्प के चार अवयव-देखें [[ जल्प ]]</p> | ||
<p>• | <p>• परमाणु का सावयव निरवयव पना-देखें [[ परमाणु ]]</p> | ||
<p>• | <p>• शरीर के अवयव-देखें [[ अंगोपांग ]]</p> | ||
Revision as of 19:01, 12 September 2022
सिद्धांतकोष से
राजवार्तिक अध्याय 5/16/6/10 अवयूयंते इत्यवयवाः।
= जो वस्तु के हिस्से कर देते हैं, वे अवयव हैं।
• अनुमान के पाँच अवयव-दे अनुमान
• जल्प के चार अवयव-देखें जल्प
• परमाणु का सावयव निरवयव पना-देखें परमाणु
• शरीर के अवयव-देखें अंगोपांग
पुराणकोष से
तालगत गांधर्व के बाईस भेदों में एक भेद । हरिवंशपुराण 19.149-152