गंधर्वपुर: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में पैंतीसवां नगर । ललितांगदेव स्वर्ग से च्युत होकर इसी नगर के राजा वासव और उसकी महादेवी प्रभावती का महीधर नाम का पुत्र हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 7.28-29, 19.83 </span> | <span class="HindiText"> विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में पैंतीसवां नगर । | ||
ललितांगदेव स्वर्ग से च्युत होकर इसी नगर के राजा वासव और उसकी महादेवी प्रभावती का महीधर नाम का पुत्र हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 7.28-29, 19.83 </span> | |||
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Revision as of 16:17, 23 September 2022
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में पैंतीसवां नगर । ललितांगदेव स्वर्ग से च्युत होकर इसी नगर के राजा वासव और उसकी महादेवी प्रभावती का महीधर नाम का पुत्र हुआ । महापुराण 7.28-29, 19.83