पावा
From जैनकोष
भगवान् महावीर की निर्वाण भूमि । अपरनाम पावानगरी । इसे पावापुर भी कहते हैं । यह नगर मनो हरिवंशपुराण नामक वन में सरोवरों के मध्य था । महापुराण 76.38 508-512, पद्मपुराण 20.60, हरिवंशपुराण 66. 15-19
भगवान् महावीर की निर्वाण भूमि । अपरनाम पावानगरी । इसे पावापुर भी कहते हैं । यह नगर मनो हरिवंशपुराण नामक वन में सरोवरों के मध्य था । महापुराण 76.38 508-512, पद्मपुराण 20.60, हरिवंशपुराण 66. 15-19