अभेद
From जैनकोष
न.वि.वृ./2/36/66 अभेदः तिर्यक्सामान्यम्।
= तिर्यक्सामान्य अर्थात् द्रव्यों व गुणों की युगपत् वृत्ति ही अभेद है।
अधिक जानकारी के लिए देखें भेद ।
न.वि.वृ./2/36/66 अभेदः तिर्यक्सामान्यम्।
= तिर्यक्सामान्य अर्थात् द्रव्यों व गुणों की युगपत् वृत्ति ही अभेद है।
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