परिषद्
From जैनकोष
इंद्र की सभा । यह तीन प्रकार की होती है― अंत:परिषद, मध्यम परिषद् और बाह्य परिषद् । इनमें अंत-परिषद् में एक सौ पच्चीस देव, मध्यम परिषद् में दो सौ पचास देव और बाह्य परिषद् में पाँच सौ देव होते हैं । महापुराण 10. 191
इंद्र की सभा । यह तीन प्रकार की होती है― अंत:परिषद, मध्यम परिषद् और बाह्य परिषद् । इनमें अंत-परिषद् में एक सौ पच्चीस देव, मध्यम परिषद् में दो सौ पचास देव और बाह्य परिषद् में पाँच सौ देव होते हैं । महापुराण 10. 191