(महापुराण सर्ग संख्या ४८/श्लोक) पूर्वभव नं. ३ में विदेह क्षेत्र के सुसीमा नगर का विमलवाहन नामक राजा था (२-४); पूर्वभव नं. २ में अनुत्तर विमान में देव हुआ (१३); वर्तमान भव - देखे तीर्थंकर ५।