अपोह
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
षट्खंडागम पुस्तक 13/5,5,38/सूत्र 38/242
ईहा ऊहा अपोहा मग्गणागवेसणा मीमांसा ॥38॥
= ईहा, ऊहा, अपोहा, मार्गणा, गवेषणा, और मीमांसा ये ईहा के पर्याय नाम हैं।
धवला पुस्तक 13/5,5,38/242/9
अपोह्यते संशयनिबंधनविकल्पः अनया इति अपोहा।
= जिसके द्वारा संशय के कारणभूत विकल्प का निराकरण किया जाता है वह अपोह है।
पुराणकोष से
श्रोता के आठ गुणों में एक गुण― हेय वस्तुओं को छोड़ना । महापुराण 1.146