Test5
From जैनकोष
गुणस्थान | करण व्युच्छित्ति | संभव करण |
---|---|---|
1-7 | × | दशों करण |
8 | उपशम, निधत्त, नि:कांचित | दशों करण |
9 | × | शेष 7 |
10 | संक्रमण | शेष 7 |
11 | × | संक्रमणरहित 6 + मिथ्यात्व व मिश्र प्रकृति का संक्रमण भी= 7 |
12 | × | संक्रमण रहित -6 |
13 | बंध, उत्कर्षण, अपकर्षण व उदीरणा | संक्रमण रहित -6 |
14 | × | उदय व सत्त्व = 2 |