सर्वकामिक
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत के कुंजरावर्त नगर का एक उद्यान । वसुदेव को विद्याधरों ने हरकर यही छोड़ा था । हरिवंशपुराण - 19.67-68
विजयार्ध पर्वत के कुंजरावर्त नगर का एक उद्यान । वसुदेव को विद्याधरों ने हरकर यही छोड़ा था । हरिवंशपुराण - 19.67-68