निर्णय
From जैनकोष
(रा.वा./1/13/3/58/9)–न हि यत एव संशयस्तत एव निर्णय:। =संशय का न होना ही निर्णय या निश्चय है। न्या.सू./1/1/41 विमृश्य पक्षप्रतिपक्षाभ्यामर्थावधारणं निर्णय:।41। तर्क आदि द्वारा पक्ष व प्रतिपक्ष में से किसी एक की निवृत्ति होने पर, दूसरे की स्थिति अवश्य ही होगी। जिसकी स्थिति होगी उसका निश्चय होगा। उसी को निर्णय कहते हैं।