वीरचंद्र
From जैनकोष
- नागसेन (ई.१०४७) के शिक्षा गुरु। समय तदनुसार ई.श.११ पूर्व। (देखें - नागसेन ) ।
- नन्दिसंघ बलात्कार गण की सूरत शाखा में लक्ष्मीचन्द्र के शिष्य। कृतियें–वीर विलास फाग, जम्बू स्वामी वेलि, जिनान्तर, सीमन्धर स्वामी गीत इत्यादि ८ काव्य। समय–वि.१५५६-१५८५। ( देखें - इतिहास / ७ / ४ ), (ती./३/३७४)।