विजयकीर्ति
From जैनकोष
नन्दिसंघ वलात्कारगण की ईडर गद्दी में ज्ञान भूषण के शिष्य तथा शुभचन्द्र के गुरु। आपने अनेकों मूर्तियें प्रतिष्ठित कराईं। महाराज मल्लिभूपाल द्वारा सम्मानित हुए। समय–वि. 1552-1570 (ई. 1495-1513)। (देखें इतिहास - 7.4)। (जै./1/473), (ती./3/362)।