प्रेत्य भाव
From जैनकोष
न्या.सू./मू./1/1/19/22 पुनरुत्पत्तिः प्रेत्यभावः । = मरकर फिर किसी शरीर में जन्म लेने को प्रेत्यभाव कहते हैं ।
न्या.सू./मू./1/1/19/22 पुनरुत्पत्तिः प्रेत्यभावः । = मरकर फिर किसी शरीर में जन्म लेने को प्रेत्यभाव कहते हैं ।