बुध
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
- एक ग्रह - देखें [[ ]]‘ग्रह’;
- बुध ग्रह का लोक में अवस्थान - देखें [[ ]] ज्योतिष/2/2 ।
- स्या.मं./23/273/26 बुध्यन्ते यथावस्थितं वस्तुतत्त्वं सारेतर विषयविभागविचारणया इति बुधाः । = यथावस्थित वस्तु तत्त्व को सार व असार के विषय विभाग की विचारणा के द्वारा जो जानते हैं, वे बुध हैं ।
पुराणकोष से
रावण का श्वसुर एक नृप । इसकी रानी मनोवेगा से उत्पन्न अशोकलता का विवाह गान्धर्व विधि से रावण के साथ हुआ था यह मय का मन्त्री था और इसने दशानन की दक्षिणी-विजय की यात्रा में उनका साथ दिया था । यह राजा सीता के स्वयंवर में भी सम्मिलित हुआ था । पद्मपुराण 8.104-108, 269-271, 28.215