भानुनंदि
From जैनकोष
नन्दिसंघ बलात्कारगण की गुर्वावली के अनुसार आप नेमिचन्द्र नं. 1 के शिष्य और सिंहनन्दि नं. 1 के गुरु थे। समय–विक्रम शक से 487-508 (ई. 565-586)–देखें इतिहास - 7.2।
नन्दिसंघ बलात्कारगण की गुर्वावली के अनुसार आप नेमिचन्द्र नं. 1 के शिष्य और सिंहनन्दि नं. 1 के गुरु थे। समय–विक्रम शक से 487-508 (ई. 565-586)–देखें इतिहास - 7.2।