== सिद्धांतकोष से == देखें विद्या ।
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विद्याधर राजाओं की सोलह निकाय विद्याओं में एक विद्या । धरणेन्द्र ने इस विद्या के साथ अनेक अन्य विद्याएँ नमि और विनमि विद्याधर को दी थी । हरिवंशपुराण 22.645