सारीपुत्र
From जैनकोष
'महावग्ग' नामक बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार; ये महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। पहले जैन साधु थे, 'संजय' नामक एक परिव्राजक ने इन्हें बुद्ध का शिष्य बनने से मना किया था। (द.सा./पृ.27/पं.नाथूराम प्रेमी)।
'महावग्ग' नामक बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार; ये महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। पहले जैन साधु थे, 'संजय' नामक एक परिव्राजक ने इन्हें बुद्ध का शिष्य बनने से मना किया था। (द.सा./पृ.27/पं.नाथूराम प्रेमी)।