किन्नरमित्र
From जैनकोष
सुजन देश के नगरशोभ नगर के राजा के भाई सुमित्र का पुत्र और यक्षमित्र का सहोदर । इसकी श्रीचन्द्रा नाम की एक बहिन थी जो श्रीषेण और लोहजंघ के द्वारा एक वनराज के लिए हरी गई थी । इसने और इसके भाई दोनों ने श्रीषेण और लोहजंघ से युद्ध किया था किन्तु ये दोनों पराजित हो गये थे । महापुराण 75, 438-439, 478-493