जयन्ती
From जैनकोष
(1) एक मन्त्र परिस्कृत विद्या । धरणेन्द्र ने यह विद्या नमि और विनमि को दी थी । हरिवंशपुराण 22.70-73
(2) राजा चरम द्वारा रेवा नदी के तट पर बसायी गयी एक नगरी । हरिवंशपुराण 17.27
(3) विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी की इकतीसवीं नगरी । महापुराण 19. 50, 53
(4) मथुरा नगरी के राजा मधु की महादेवी । पद्मपुराण 89.50-11
(5) नन्दीश्वर द्वीप के दक्षिण दिशा सम्बन्धी अंजनगिरि की पश्चिम दिशा में स्थित वापी । हरिवंशपुराण 5.660
(6) रुचकवरगिरि के सर्वरत्न कूट की निवासिनी देवी । हरिवंशपुराण 5.726
(7) रुपकवरगिरि के कनककूट की निवासिनी एक दिक्कुमारी देवी । हरिवंशपुराण 5.705
(8) विदेहक्षेत्र के महावप्र देश की मुख्य नगरी । महापुराण 63. 2 11, 216, हरिवंशपुराण 5.251,263