जीवाधिगमोपाय
From जैनकोष
सत्, संस्था, क्षेत्र, स्पर्शन, काल, भाव, अन्तर और अल्पबहुत्व इन आठ अनुयोगों से जीव तत्त्व का ज्ञान होता है । महापुराण 24-97-98
सत्, संस्था, क्षेत्र, स्पर्शन, काल, भाव, अन्तर और अल्पबहुत्व इन आठ अनुयोगों से जीव तत्त्व का ज्ञान होता है । महापुराण 24-97-98