धरणीमौलि
From जैनकोष
दक्षिण समुद्रतटवर्ती पृथ्वीकर्णतटा-अटवी के मध्य स्थित एक पर्वत । कालान्तर में यहाँ किष्किन्धपुर की रचना हो जाने से यह किष्किन्धगिरि नाम से विख्यात हुआ । पद्मपुराण 6.510-511, 520-521
दक्षिण समुद्रतटवर्ती पृथ्वीकर्णतटा-अटवी के मध्य स्थित एक पर्वत । कालान्तर में यहाँ किष्किन्धपुर की रचना हो जाने से यह किष्किन्धगिरि नाम से विख्यात हुआ । पद्मपुराण 6.510-511, 520-521