पर्याप्त
From जैनकोष
(1) जीव की एक अवस्था । इसमें उसकी सभी पर्याप्तियाँ पूर्ण होती है । महापुराण 10. 65, 1724
(2) पर्याप्ति की अवस्था को प्राप्त जीव । पद्मपुराण 105.145
(1) जीव की एक अवस्था । इसमें उसकी सभी पर्याप्तियाँ पूर्ण होती है । महापुराण 10. 65, 1724
(2) पर्याप्ति की अवस्था को प्राप्त जीव । पद्मपुराण 105.145