विपृथु
From जैनकोष
पाण्डवों का पक्षधर एक कुमार । यह अनेक रथों से युक्त था । कौरवों का बध करना इसका लक्ष्य था । हरिवंशपुराण 50.126
पाण्डवों का पक्षधर एक कुमार । यह अनेक रथों से युक्त था । कौरवों का बध करना इसका लक्ष्य था । हरिवंशपुराण 50.126