सागरबुद्धि
From जैनकोष
बाली का मंत्री । इसने दशानन के आक्रमण करने पर आक्रमण का प्रतिशोध करने के लिए उद्यत वाली से क्षमा धारण करने का निवेदन किया था । युद्ध का फल क्षय बताकर इसने अकारण युद्ध न करने का उसे परामर्श दिया था । पद्मपुराण 9.70-75
बाली का मंत्री । इसने दशानन के आक्रमण करने पर आक्रमण का प्रतिशोध करने के लिए उद्यत वाली से क्षमा धारण करने का निवेदन किया था । युद्ध का फल क्षय बताकर इसने अकारण युद्ध न करने का उसे परामर्श दिया था । पद्मपुराण 9.70-75