नाग्न्य
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से == देखें अचेलकत्व ।
पुराणकोष से
अचेलकत्व । यह एक परीषह है । इसके द्वारा ब्रह्मचर्य व्रत का उत्कृष्ट रूप पालन किया जाता है । महापुराण 36.117
== सिद्धांतकोष से == देखें अचेलकत्व ।
अचेलकत्व । यह एक परीषह है । इसके द्वारा ब्रह्मचर्य व्रत का उत्कृष्ट रूप पालन किया जाता है । महापुराण 36.117