उष्ण
From जैनकोष
(1) मेघ । अवसर्पिणी काल के अन्त में सरस, विरस, तीक्ष्ण और रूक्ष नामक मेघों के क्रमश: सात-सात दिन बरसने के उपरान्त सात दिन तक उष्ण नाम के मेघ वर्षा करते हैं । महापुराण 76.452-453
(2) इस नाम का एक परीषह । इसमें मार्ग से च्युत न होने के लिए उष्णता जनित कष्ट को सहन किया जाता है । महापुराण 36.116