धर्मोपदेष्टा
From जैनकोष
धर्मोपदेशक । इसमें निम्न गुण वांछनीय है― विद्वत्ता, सच्चरित्रता, दयालुता, बुद्धिसम्पन्नता, वाक्-चातुर्य, इंगितज्ञता, लोक-व्यवहार का ज्ञान, प्रतिष्ठा की निरपेक्षिता और मितभाषिता । महापुराण 62.3-4
धर्मोपदेशक । इसमें निम्न गुण वांछनीय है― विद्वत्ता, सच्चरित्रता, दयालुता, बुद्धिसम्पन्नता, वाक्-चातुर्य, इंगितज्ञता, लोक-व्यवहार का ज्ञान, प्रतिष्ठा की निरपेक्षिता और मितभाषिता । महापुराण 62.3-4