कुलभद्राचार्य
From जैनकोष
सारसमुच्चय टीका/प्र.4 ब्र. शीतलप्रसाद−आप सारसमुच्चय ग्रंथ के कर्ता व आचार्य थे। आपका समय वी.सं./2463 से 1000 वर्ष पूर्व वी. 1463, ई॰ 937 है।
सारसमुच्चय टीका/प्र.4 ब्र. शीतलप्रसाद−आप सारसमुच्चय ग्रंथ के कर्ता व आचार्य थे। आपका समय वी.सं./2463 से 1000 वर्ष पूर्व वी. 1463, ई॰ 937 है।