केसरिविक्रम
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित सुरकांतार नगर का स्वामी एक विद्याधर । यह सातवें नारायण दत्त की जननी केशिका का बड़ा भाई था । इसने दत्त को सिंहवाहिनी तथा गरूडवाहिनी महाविद्याएं दी थी । महापुराण 66.114-116
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित सुरकांतार नगर का स्वामी एक विद्याधर । यह सातवें नारायण दत्त की जननी केशिका का बड़ा भाई था । इसने दत्त को सिंहवाहिनी तथा गरूडवाहिनी महाविद्याएं दी थी । महापुराण 66.114-116