क्षपण
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
दर्शनमोह व चारित्रमोह क्षपणा विधान। देखें क्षय - 2,3।
पुराणकोष से
(1) क्षीणराग तथा क्षमावान् तप से कृश और क्षोणपाप साधु । पद्मपुराण 109.87
(2) एक मास का उपवास । महापुराण 8.202
दर्शनमोह व चारित्रमोह क्षपणा विधान। देखें क्षय - 2,3।
(1) क्षीणराग तथा क्षमावान् तप से कृश और क्षोणपाप साधु । पद्मपुराण 109.87
(2) एक मास का उपवास । महापुराण 8.202