नैगमनय
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें नय - III.2-3।
पुराणकोष से
सात नयों में प्रथम नय । यह अनिष्पन्न पदार्थ के संकल्प मात्र को विषय करता है । यह तीन प्रकार का होता है, भूत नैगम भावी नैगम और वर्तमान नैगम । हरिवंशपुराण 58.41-43
देखें नय - III.2-3।
सात नयों में प्रथम नय । यह अनिष्पन्न पदार्थ के संकल्प मात्र को विषय करता है । यह तीन प्रकार का होता है, भूत नैगम भावी नैगम और वर्तमान नैगम । हरिवंशपुराण 58.41-43