अज्ञान निग्रहस्थान
From जैनकोष
न.सू./५/२/१७/३१६ अविज्ञातं चाज्ञानम् ।७।
= वादों के कथन का परिषद्-द्वारा विज्ञान किये जा चुकने पर यदि प्रतिवादी को विज्ञान नहीं हुआ है तो प्रतिवादी का `अज्ञान' इस नाम का निग्रहस्थान होगा।
(श्लो. वा. ४/न्या. २४१/४१३/१३)।