अध्वर
From जैनकोष
महापुराण सर्ग संख्या ६७/१९३ यागो यज्ञःक्रतुःपूजा सपर्येज्याध्वरो मखः। मह इत्यपि पर्याय वचनान्यर्चनाविधेः।
= याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, अध्वर, मख और मह ये सब पूजाविधि के पर्यायवाचक शब्द हैं।
महापुराण सर्ग संख्या ६७/१९३ यागो यज्ञःक्रतुःपूजा सपर्येज्याध्वरो मखः। मह इत्यपि पर्याय वचनान्यर्चनाविधेः।
= याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, अध्वर, मख और मह ये सब पूजाविधि के पर्यायवाचक शब्द हैं।