तीर्थंकर परिचय सारणी page-381
From जैनकोष
- जन्मावतरण
नं. |
13 जन्म तिथि |
14 जन्म नक्षत्र |
15 योग |
16 उत्सेध |
17 वर्ण |
||||||||
महापुराण/ सर्ग/ श्लो. |
1. तिलोयपण्णत्ति/4/526-549 |
1. तिलोयपण्णत्ति/4/526-549 2. पद्मपुराण/20/36-604. महापुराण/ पूर्ववत् |
1. महापुराण/ जन्म तिथिवत् |
1. तिलोयपण्णत्ति/4/585-587 2. त्रिलोकसार/8045. महापुराण/ पर्व/श्लो. |
1. तिलोयपण्णत्ति/4/588-589 2. त्रिलोकसार/847-8485. महापुराण/ उत्सेधवत् |
||||||||
|
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
|
|
धनुष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
|
1 |
13/2 |
चैत्र कृ.9 |
|
|
उत्तराषाढा |
|
|
|
|
500 धवला |
स्वर्ण |
|
|
2 |
48/25 |
माघ शु.10 |
|
|
रोहिणी |
|
|
प्रजेशयोग |
48/28-31 |
450 ध. |
स्वर्ण |
|
|
3 |
49/18-19 |
कार्ति.शु.15 |
1-2 |
मार्ग.शु.15 |
ज्येष्ठा |
2 |
पूर्वाषाढा |
साम्ययोग |
49/26-28 |
400 ध. |
स्वर्ण |
|
|
4 |
50/19 |
माघ शु.12 |
|
|
पुनर्वसु |
|
|
अदितियोग |
50/26-27 |
350 ध. |
स्वर्ण |
5 |
बालचंद्र |
5 |
51/22 |
चैत्र शु.11 |
1-2 |
श्रा.शु.11 |
मघा |
4 |
चित्रा |
पितृ |
51/26 |
300 ध. |
स्वर्ण |
|
|
6 |
52/21 |
कार्ति.कृ.13 |
1 |
आश्वि.कृ.13 |
चित्रा |
|
|
त्वष्ट्रयोग |
52/35 |
250 ध. |
रक्त |
|
|
7 |
53/22 |
ज्येष्ठ शु.12 |
1 |
|
विशाखा |
|
|
अग्निमित्र |
53/25 |
200 ध. |
हरित |
2 |
नील |
8 |
54/170 |
पौष कृ.11 |
|
|
अनुराधा |
|
|
शक्र |
54/179 |
150 ध. |
धवल |
|
|
9 |
55/27 |
मार्ग.शु.1 |
|
|
मूल |
|
|
जैत्र |
55/30 |
100 ध. |
धवल |
|
|
10 |
56/28 |
माघ कृ.12 |
|
|
पूर्वाषाढा |
|
|
विश्व |
56/31 |
90 ध. |
स्वर्ण |
|
|
11 |
57/21 |
फा.कृ.11 |
|
|
श्रवण |
|
|
विष्णु |
57/38 |
80 ध. |
स्वर्ण |
|
|
12 |
58/19-20 |
फा.कृ.14 |
1 |
फा.शु.14 |
विशाखा |
2,3 |
शतभिषा |
वारुण |
58/24 |
70 ध. |
रक्त |
|
|
13 |
59/21 (प्रति.ख.ग.) |
माघ शु.4 माघ शु.14 |
1-2 |
माघ शु.14 |
पूर्वभाद्रपदा |
2-3 |
उत्तरा भाद्रपदा |
अहिर्बुध्न |
59/24 |
60 ध. |
स्वर्ण |
|
|
14 |
60/21 |
ज्येष्ठ कृ.12 |
|
|
रेवती |
|
|
पूषा |
60/24 |
50 ध. |
स्वर्ण |
|
|
15 |
61/18 |
माघ शु.13 |
|
|
पुष्य |
|
|
गुरु |
61/23 |
45 ध. |
स्वर्ण |
|
|
16 |
63/397 |
ज्येष्ठ कृ.14 |
1 |
ज्येष्ठ शु.12 |
भरणी |
|
|
याम्य |
63/413 |
40 ध. |
स्वर्ण |
|
|
17 |
64/22 |
वैशा.शु.1 |
|
|
कृत्तिका |
|
|
आग्नेय |
64/26 |
35 ध. |
स्वर्ण |
|
|
18 |
65/21 |
मार्ग.शु.14 |
|
|
रोहिणी |
4 |
पुष्य |
|
65/26 |
30 ध. |
स्वर्ण |
|
|
19 |
66/31 |
मार्ग.शु.11 |
|
|
अश्चिनी |
|
|
|
66/37 |
25 ध. |
स्वर्ण |
|
|
20 |
67/41 |
|
1,2 |
आश्वि.शु.12 माघ कृ.12 |
श्रवण |
|
|
|
67/29 |
20 ध. |
नील |
2 |
कृष्ण |
21 |
69/30 |
आषा.कृ.10 |
1 |
आषा.शु.10 |
अश्विनी |
4 |
स्वाति |
|
69/33 |
15 ध. |
स्वर्ण |
|
|
22 |
71/38 |
श्रा.शु.6 |
1-2 |
वैशा.शु.13 |
चित्रा |
|
|
ब्रह्म |
71/50 |
10 ध. |
नील |
2 |
कृष्ण |
23 |
73/90 |
पौष कृ.11 |
|
|
विशाखा |
|
|
अनिल |
73/95 |
9 हाथ |
हरित |
2-4 |
नील, श्यामल |
24 |
74/262 |
चैत्र शु.13 |
|
|
उत्तरा-फाल्गुनी |
|
|
अर्यमा |
74/280 |
7 हाथ |
स्वर्ण |
|
|