अमृताशीति
From जैनकोष
आचार्य योगेंदुदेव (ई.श.6) द्वारा रचित उपदेशमूलक विभिन्न छंदबद्ध अपभ्रंश भाषाके 82 पद्य हैं। प्रेमीजीके अनुसार ये छंद इन्हीं द्वारा विरचित अध्यात्म संदोहके हैं।
( परमात्मप्रकाश / प्रस्तावना 116 H.L.Jain)
आचार्य योगेंदुदेव (ई.श.6) द्वारा रचित उपदेशमूलक विभिन्न छंदबद्ध अपभ्रंश भाषाके 82 पद्य हैं। प्रेमीजीके अनुसार ये छंद इन्हीं द्वारा विरचित अध्यात्म संदोहके हैं।
( परमात्मप्रकाश / प्रस्तावना 116 H.L.Jain)