अभूतार्थ
From जैनकोष
समयसार / जयचंद/11 जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार्थ कहते हैं। (गधेके सींग विद्यमान न होनेके कारण अभूतार्थ हैं और घट पट आदि संयोगो पदार्थ असत्यार्थ होनेके कारण अभूतार्थ हैं)।
समयसार / जयचंद/11 जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार्थ कहते हैं। (गधेके सींग विद्यमान न होनेके कारण अभूतार्थ हैं और घट पट आदि संयोगो पदार्थ असत्यार्थ होनेके कारण अभूतार्थ हैं)।