त्रिदशंजय
From जैनकोष
अयोध्या के राजा धरणीधर और उसकी रानी श्रीदेवी का पुत्र । यह इंद्ररेखा का पति और जितशत्रु का पिता था । इसने पोदनपुर नगर के राजा व्यानंद और उसकी रानी अभोजमाला की पुत्री विजयार्ध के साथ अपने पुत्र का विवाह किया । अंत में अपने पुत्र को राज्य सीप कर यह दीक्षित हो गया । इसने कैलास पर्वत पर मोक्ष प्राप्त किया था । पद्मपुराण 5.59-62