पृथिवीमती
From जैनकोष
(1) हस्तिनापुर के राजा पुरंदर की रानी और कीर्तिधर की जननी । पद्मपुराण 21. 140
(2) अयोध्या के राजा अनरण्य की महादेवी । यह अनंतरथ और दशरथ की जननी थी । इसका अपरनाम सुमंगला था । पद्मपुराण 22. 160-162, 28.158
(3) आर्यिका । सीता ने इससे ही दीक्षा ली थी । पद्मपुराण 105.78